Saturday, November 13, 2010

Sumer Duariya Dam Project in Aravali Range of Rajasthan

पंद्रह करोड़ बांध परियोजना अब हो गई १६६ करोड़ की
राजस्थान के मारवाड़ अंचल में स्थित अरावली की गोद में आदिवासी बहुल पाली जिले क़ी दुआरिया नदी पर प्रस्तावित दुआरिया बांध परियोजना ३५ वर्षो के बाद भी अब तक सर्वेक्षण स्तर तक ही अटकी हुई हैं जबकि इस दौरान इसकी प्रस्तावित लागत १५ करोड़ से बढ़कर वर्त्तमान में १६५.८१ करोड़ रुपये हो गयी हैं मुंबई के प्रवासी राजस्थानी समाज ने अकाल रहत कार्यो के तहत इस बांध को तत्काल बनवाने की मांग की हैं देसुरी इलाके के सुमेर गांव के पास बनने वाले इस बांध के प्रति प्रवासी अब जागृत हो गए हैं

प्रस्तावित दुआरिया बांध परियोजना के सर्वेक्षण का कार्य राजस्थान शासन के २ अक्तूबर १९६४ के आदेश के तहत प्रारंभ हुआ था और इसके सर्वेक्षण कार्य पर राज्य शासन अब तक सवा करोड़ रुपये से भी अधिक खर्च कर चूका हैंअधिकारिक सूत्रों के अनुसार यह परियोजना गत ३५ वर्षो से लंबित हैं सूत्रों के अनुसार राज्य शासन द्वारा दुआरिया बांध परियोजना को प्राथमिकता नहीं देने के कारण ही केंद्रीय जल आयोग द्वारा इस परियोजना की तकनिकी स्वीकृति तक नहीं मिल पाई हैं जबकि स्वीकृति मिलने के बाद भी इस इस परियोजना में लगभग दस वर्ष लगेंगे सूत्रों ने बताया की केंद्रीय जल आयोग को राज्य शासन द्वारा भेजे गये प्रतिवेदनो में परियोजना की लागत का प्राथमिक प्रकलन जून १९७७ को ३१.७५ करोड़ रुपये, १९८८ में ६२.८८ करोड़ रुपये, १९९५ में १२०.३० करोड़ रुपये था और अंतिम प्रकलन में इसकी लागत १७५.८१ करोड़ रुपये आंकी गई हैं

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुंबई के प्रवासीयो ने मांग की हैं कि इस बांध का निर्माण कार्य जल्दी शुरू कराया जाए

['संझा जनसत्ता' मुंबई के २७ अप्रेल २००० में प्रकाशित: पंद्रह करोड़ बांध परियोजना अब हो गई १६६ करोड़ की से साभार]